मुक्त एवं दूरस्थ (अनौपचारिक) शिक्षा प्रणाली के अन्तर्गत शिक्षार्थी की सहायता अत्यधिक महत्वपूर्ण है। शिक्षार्थी की पढ़ाई और उनसे संबंधित मामलों में सहायता प्रदान करने के लिए उत्तरदायी है। बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड द्वारा सुविधाओं को लेने में होनेवाली कठिनाईयों के निराकरण/समाधान सुलभ तरीके से हों, शिक्षार्थी के इस उद्देश्य से “विद्यार्थी सहायता सेवा विभाग“ विशेष रूप से गठित किया गया है।
विद्यार्थी सहायता सेवा विभाग (SSS) के प्रमुख कार्य:-
- शिक्षार्थी का नामांकन और पंजीयन से संबंधित नीति बनाना।
- बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड के कार्यक्रमों का समर्थन एवं प्रचार प्रसार।
- राज्य भर के मान्यता प्राप्त माध्यमिक/उच्च माध्यमिक स्तर के शैक्षिक संस्थाओं में से प्रत्यायन के लिए अध्ययन केन्द्रों की पहचान एवं स्थापना करना और प्रत्यायित करना।
- प्रत्यायित संस्थाओं (ए0आई0) माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षार्थियों का नामांकन एवं पंजीकरण।
- अध्ययन केन्द्रों के क्रियान्वयन एवं व्यक्तिगत सम्पर्क कार्यक्रमों की माॅनीटरिंग (पर्यवेक्षण/समीक्षा) करना।
- शिक्षार्थियों को समय पर प्रभावशाली तरीके से सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से अध्ययन केन्द्रों के साथ समन्वयन रखना।
- शिक्षार्थियों की समस्याओं और शिकायतों का निवारण करना।
विद्यार्थी सहायता सेवा विभाग (SSS) के अन्य कार्य:-
- बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड के कार्यक्रमों का अनुसमर्थन एवं प्रचार प्रसार करना।
- मान्यता प्राप्त सरकारी/गैर-सरकारी, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षार्थियों का नामांकन/पंजीकरण।
- अध्ययन केन्द्रों और व्यक्तिगत सम्पर्क कार्यक्रमों (Personal Consultation Programme- PCP) के संचालन के कामकाज की निगरानी।
- स्वअधिगम सामग्री मुख्यालय स्तर पर नामांकित शिक्षार्थियों को मुख्यालय से स्वअधिगम सामग्री उपलब्ध कराना।
- जिला स्तर पर, प्रखंड स्तर पर, अध्ययन केन्द्र में नामांकित/पंजीकृत शिक्षार्थियों को विशेष दूत के माध्यम से स्वअधिगम सामग्री उनके अध्ययन केन्द्र पर उपलब्ध कराना।